Akhir kyu?
माँ क्यों कहती थी तुम?
बाहर जाओ तो
एक पुरुष के साथ जाओ
पिता , पति, पुत्र या भाई
मैं एक पुरुष के साथ ही तो बाहर थी
जो न पिता था
ना ही भाई
पर उसने साथ निभाने की
कसम थी खाई
लड़ गया न वोह
उन दरिंदो से
जो पुरुष ही थे
काश तुम मुझे बता पाती
कि उन पुरुषो की पहचान
जो किसी माँ केसच्चे बेटे न थे
जिनकी कोई बहन न थी
जिनकी कभी बीबी न होगी
जो कभी कन्या संतान नही जनेगे
माँ क्यों बैठती मैं
फिर उस
पीले पर्दों वाली
सफ़ेद बस में ..........
माँ मुझे जीना हैं ....
बाहर जाओ तो
एक पुरुष के साथ जाओ
पिता , पति, पुत्र या भाई
मैं एक पुरुष के साथ ही तो बाहर थी
जो न पिता था
ना ही भाई
पर उसने साथ निभाने की
कसम थी खाई
लड़ गया न वोह
उन दरिंदो से
जो पुरुष ही थे
काश तुम मुझे बता पाती
कि उन पुरुषो की पहचान
जो किसी माँ केसच्चे बेटे न थे
जिनकी कोई बहन न थी
जिनकी कभी बीबी न होगी
जो कभी कन्या संतान नही जनेगे
माँ क्यों बैठती मैं
फिर उस
पीले पर्दों वाली
सफ़ेद बस में ..........
माँ मुझे जीना हैं ....
सही सवाल - मार्मिक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रश्न उठाती बहुत मर्मस्पर्शी रचना..
जवाब देंहटाएंज्वलंत प्रश्न ????
जवाब देंहटाएंएक सोच जो अब बदलनी जरुरी भी है
shukriya ...Anju ,Kailash jee , blog buletin, Rakesh jee
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