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अप्रैल, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बाल मजदूर

तस्वीर क्या बोले

नाराज हैं मुझसे

आओं एक नज़्म बुने तेरे मेरे जज्बातों की

नन्ही चिरैया

माँ तुम्ही बताओ मेरा क्या दोष था

( उसकी वोह जाने ..मेरी मैं ).

घर की कन्या तो रूठी हैं !!!!!!!

तन्हाई