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सितंबर, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बिखरते अस्तित्व

तन्हाई की उम्र

अब कौन लिखेगा वक़्त के होंठो पर प्रेम गीत

हिंदी माँ/अग्रेजी बहू

नीलिमा होती हैं न हैरानियाँ!!!

स्वीकारोक्ति एक पुरुष की

:( मीठी हो गयी हूँ मैं ...........

मैं अतीत के पन्ने नही पढ़ती ..........