लडकियों दुनिया बदल रही हैं
लडकियों
दुनिया बदल रही हैं
किस्मत चमक रही हैं
अब घर बेठने से कम नही चलेगा
उठो निकलो काम पर अपने काम से
रास्ता अँधेरा होगा
दूर पर कही सवेरा होगा
रोशन करनी हैं तु म्हे दुनिया
उठो चलो कदम बढाओ शान से
एक अकेली मत चलो
आपस में तुम मत लड़ो
छा सकती हो तुम दुनिया पर
जब चला दो झुण्ड में तीर कमान से
कारवां होने लगा छोटा
नर नारी की जातका
कन्या को भी जन्मदो
और समूह बनाओ उनका तुम सम्मान से
एकता मैं बल हैं
बल ही बलवान हैं
नारी ही नारी की दुश्मन
झूठ कर दो इस बयां को अपने ज्ञान से .................. नीलिमा
दुनिया बदल रही हैं
किस्मत चमक रही हैं
अब घर बेठने से कम नही चलेगा
उठो निकलो काम पर अपने काम से
रास्ता अँधेरा होगा
दूर पर कही सवेरा होगा
रोशन करनी हैं तु म्हे दुनिया
उठो चलो कदम बढाओ शान से
एक अकेली मत चलो
आपस में तुम मत लड़ो
छा सकती हो तुम दुनिया पर
जब चला दो झुण्ड में तीर कमान से
कारवां होने लगा छोटा
नर नारी की जातका
कन्या को भी जन्मदो
और समूह बनाओ उनका तुम सम्मान से
एकता मैं बल हैं
बल ही बलवान हैं
नारी ही नारी की दुश्मन
झूठ कर दो इस बयां को अपने ज्ञान से .................. नीलिमा
सही कहा नीलिमा ......बदलाव हम को ही लाना होगा
जवाब देंहटाएंshukriya Anju
हटाएंसच कहा , लड़कियों को अब चेतना ही होगा
जवाब देंहटाएंshukriya Upasna
हटाएंसच कहा , लड़कियों को अब चेतना ही होगा
जवाब देंहटाएंबहुत सही कहा आपने ..... बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंthank u sada ji
हटाएंउम्दा सोच की सच्ची अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंthank u Vibha ji
हटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज गुरुवार 19 मार्च 2020 को साझा की गई है...... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिव्यक्ति 👌👌
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